दुनिया के 'महाप्रभु' जगन्नाथ की आज रथ यात्रा; खुद भगवान नगर यात्रा पर निकल रहे, मौसी के घर जाएंगे, ये 10 PHOTOS देखिए

Lord Jagannath Rath Yatra 2025 Puri 10 Photos See Here
Jagannath Rath Yatra 2025: ओडिशा के पुरी में आज इस दुनिया के 'महाप्रभु' जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध भव्य वार्षिक रथ यात्रा निकाली जा रही है। जिनके चरणों में ये सम्पूर्ण ब्रह्मांड और दुनिया है वे भगवान जगन्नाथ खुद नगर यात्रा पर निकल भक्तों के बीच आ रहे हैं। भगवान जगन्नाथ की इस रथ यात्रा में शामिल होने के लिए देश-दुनिया के तमाम हिस्सों से भारी संख्या में लोग पुरी पहुंचे हुए हैं। इस खास मौके और उत्सव का हिस्सा बनने के लिए हजारों लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है।
बहराल रथ यात्रा के महोत्सव की धूम देखते ही बन रही है। इस पवित्र यात्रा के लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस और प्रशासन की टीमें एक दम चौकस हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और रथ यात्रा के लिए काफी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया है। वहीं रथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड में हैं। इसी कड़ी में किसी भी आपदा से निपटने के लिए NDRF को भी तैनात किया गया है। रथ यात्रा में सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन के साथ NDRF ने मॉक ड्रिल भी की हैं।
ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से नजर
हर साल ही बड़ी धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए कई दिनों पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। रथ यात्रा को लेकर सुरक्षा संबंधी तैयारियों का भी जायजा लिया जाता है। रथ यात्रा के दौरान भीड़ को संभालने और सुरक्षा के लिए भारी फोर्स तैनात रहती है। इस बार भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे जवानों की नजर है और किसी भी तरह की अप्रिय आशंका को देखते हुए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं साथ ही ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।
क्यों निकाली जाती है भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा?
वैसे तो सभी लोग ही भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra Kyon Nikali Jati Hai) के बारे में जानकारी रखते ही हैं लेकिन अगर आपको जानकारी नहीं है तो आपको बतादें कि, हर साल आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलती है। मंदिर के गर्भगृह से निकलकर भगवान जगन्नाथ, बहन देवी सुभद्रा और भाई बलभद्र रथ में सवार होकर नगर यात्रा पर निकलते हैं और इस दौरान वह अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं. इस दौरान सबसे आगे बलभद्र का रथ, उनके पीछे बहन सुभद्रा और सबसे पीछे जगन्नाथ का रथ होता है।
मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बहन ने एक बार नगर देखने की इच्छा जताई थी। तब जगन्नाथ और बलभद्र अपनी लाडली बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाकर नगर दिखाने निकल पड़े थे। इस दौरान वे मौसी के घर गुंडिचा भी गए थे। तभी से जगन्नाथ यात्रा निकालने की परंपरा चली आ रही है। मान्यताओं के मुताबिक, मौसी के घर पर भाई-बहन के साथ भगवान जगन्नाथ खूब पकवान खाते हैं और फिर वह बीमार पड़ जाते हैं। मौसी के घर सात दिनों के प्रवास के बाद जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अपने निवास पर लौट आते हैं।
रथों को खींचती है भक्तों की भीड़
भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र का रथ कोई साधारण नहीं होता है। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के तीन रथों का निर्माण हर साल विशिष्ट पेड़ों की लकड़ी से परंपरागत तरीके से किया जाता है। विभिन्न सुंदर कलाकृतियों और रंगीन ढंग से रथ सजाये जाते हैं। तीनों ही रथ बड़े ही अलौकिक और अद्भुत लगते हैं। इतने सुंदर की नजर न हटे। वहीं इन विशाल तीन रथों को भक्तों की भीड़ रस्सी से खींचती है।
पीएम मोदी ने रथ यात्रा की बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए रथ यात्रा की लोगों को बधाई दी है। ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पवित्र अवसर पर सभी देशवासियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं। श्रद्धा और भक्ति का यह पावन उत्सव हर किसी के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए, यही कामना है। जय जगन्नाथ!''
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पवित्र अवसर पर सभी देशवासियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं। श्रद्धा और भक्ति का यह पावन उत्सव हर किसी के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए, यही कामना है। जय जगन्नाथ! pic.twitter.com/vj8K6a0XKM
वहीं जगन्नाथ रथ यात्रा पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू होने जा रही है। आज भगवान रथ पर बैठकर अपनी मौसी गुडिंचा के मंदिर जाएंगे, वे 3 किलोमीटर की यह यात्रा रथ पर तय करेंगे। पात्रा ने कहा कि ओडिशा की, सनातन की कितनी सुंदर परंपरा है कि भगवान स्वयं भक्त के द्वार पर जाते हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।"
जगन्नाथ रथ यात्रा की PHOTOS